हरि मित्तल
शिक्षा: बी.टेक, बी.आई.टी.(सिंदरी), 1965, एम.एस.(एम.इ), कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय (यू.एस.ए), 1967|
आजीविका कार्यक्षेत्र: तकनीकी सलाहकार|
कला रूचि: अभिनय, निर्देशन एवं प्रशिक्षण (रंगमंच एवं फिल्म )|
मुख्य अभिनीत एवं निदेशित नाटक:
अँधायुग, आषाढ़ का एक दिन, एक और द्रोणाचार्य, कसाईबाड़ा, सखाराम बाइंडर, संध्या छाया , आखरी सवाल, पंछी ऐसे आते हैं, कन्या दान, सैयां भये कोतवाल, एक था गधा उर्फ़ अलादाद खां, सिंहासन खाली है, रक्तबीज, कबीरा खड़ा बाज़ार में, चरणदास चोर, गधे की बारात, हयवदन, इत्यादि|
फिल्म अभिनय:
लघु फ़िल्में- घर-निकाला, अकीदत के रिश्ते, क्रंदन, लगाव, प्री-वेडिंग(एक अभिशाप), तोहफा|
दूरदर्शन धारावाहिक: और यहाँ से|
डोक्यु-ड्रामा: एक ईंट-एक रूपया (महाराजा अग्रसेन...