कृष्ण, एक परिपूर्ण व्यक्तित्व हैं, मानवता और धर्म से भरा हुआ व्यक्तित्व। महाभारत युद्ध के बाद की कथा में कृष्ण का विषाद है, वेदना है, व्याकुलता है फिर भी जीवन का संतुलन है, मानव कल्याण की भावना है और असामाजिक, विधर्मी तत्वों से समाज को बचाने के लिए, अपने कुल को नष्ट करने की क्षमता भी। जब जन्म लिया तब भी किसी को पता नहीं चला और अंतिम दिन भी कोई नहीं जान पाया। कष्टों और विपत्तियों से भरा जीवन, फिर भी मनोहारी मुस्कान, कृष्ण को भगवान बनाती है।
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वरिष्ठ लेखक प्राणेन्द्र नाथ मिश्र एयर इंडिया (Air India-पहले इंडियन एयरलाइन्स) के साथ 35 वर्षों तक विमानों के रखरखाव के क्षेत्र से जुड़े होने के बाद 2012 में मुख्य प्रबंधक (इंजीनियरिंग) पूर्वी क्षेत्र के पद से अवकाश...